Maldives पार्लियामेंट में सांसदों के बीच हुई हाथापाई

Maldives Parliament Blunder

Maldives Parliament Blunder – 2024 के 28 जनवरी को, मालदीव पार्लियामेंट में एक अभूतपूर्व हंगामा हुआ जिसमें सांसदों के बीच मारपीट हुई और राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु के मंत्रिमंडल के स्वीकृति के लिए बुलाए गए विशेष सत्र को बिगाड़ दिया गया। इस हंगामे के पीछे के कारण थे Maldives के राजनीतिक समीकरण में तनाव और असहमति।

Maldives पार्लियामेंट में हुई इस घटना ने दिखाया कि राजनीतिक विरोध की बढ़ती चुट्चुटे और तनाव की दहशत कैसे एक सांसदीय सत्र को बदल सकती है। इसकी शुरुआत हुई जब मुख्य विपक्षी दल, मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP), ने राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों की मंजूरी को नकारा दिया। इसके पीछे का कारण यह था कि MDP ने सरकारी पक्ष के चार सदस्यों को मंजूरी नहीं दी, जिन्हें मुइज्जु के कैबिनेट में शामिल किया जाना था।

MDP के नकारात्मक फैसले के बाद, सरकारी सदस्यों ने विपक्षी सदस्यों को सदन में प्रवेश करने से रोक दी, जिससे हंगामा शुरू हो गया। वीडियोज़ और तस्वीरों में दिखाई गई मारपीट, हाथापाई, और सदस्यों के बीच झड़पे ने सांसदीय गतिविधियों को एक अद्वितीय रूप से दर्शाया।

Maldives पार्लियामेंट हंगामे का कारण:

इस टकराव का संदेश था जब एमडीपी ने मोहम्मद मुइज्जु के कैबिनेट मंत्रियों की नामांकन को मंजूरी देने से इनकार कर दिया। इस विरोध के कारण, एक रैली गतिरोधी घटित हुई जो संसदीय सदस्यों के बीच में एक हड़ताल की रूप में समाप्त हुई।

मुख्य घटनाएँ इस प्रकार हैं –

  1. प्रवेश की रोक:
    सत्रीय सदस्यों ने विपक्षी सदस्यों को सदन में प्रवेश करने से रोका, जिसका प्रतिशोध था विपक्षी दल के रुख का उम्मीदवारों के मंजूरी के खिलाफ था। यह इनकार के बाद हुआ, जिससे विपक्ष का रौंगते खड़ी कर दिया।
  2. आरोप और मांगें:
    सरकारी गठबंधन ने विपक्षी दल पर आरोप लगाए कि उनका मंजूरी नहीं देना जनता की सेवाओं को बाधित करने के समान है और उन्होंने वकील की इस्तीफा मांगा।
  3. कैबिनेट सदस्यों की रक्षा:
    सरकार ने मोहम्मद मुइज्जु के मंत्रिमंडल के सदस्यों की पुनर्नियुक्ति की रक्षा की, इसका दावा करते हुए कि उन्हें मंजूरी के बिना भी फिर से नियुक्त किया जा सकता है।
  4. शारीरिक टकराव:
    ऑनलाइन वीडियोज़ और तस्वीरें दिखा रही हैं कि सांसदों के बीच हाथापाई हुई और कई सदस्यों ने एक दूसरे को पटका भी। यह दृश्य दिखा गया कि कुछ सदस्यों ने अपने साथी सांसदों को पुलिंग डाउन किया।
  5. साजा विघ्न:
    अजीब बात यह है कि एक सांसद, जिनके बालों को खींचा गया था, उन्हें देखा गया कि वह सभा को बोलने से रोकने के लिए ट्रम्पेट-जैसा उपकरण बजा रहा है।
  6. संपत्ति क्षति का आरोप:
    विपक्षी दल के सदस्यों ने यह आरोप लगाया कि टकराव के दौरान सांसदों ने सभा की संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।

विश्लेषण:

Maldives पार्लियामेंट में हुए हंगामे से साफ है कि राजनीतिक असहमति और तनाव ने सदन को एक बड़े खंडहर में बदल दिया है। विपक्ष और सरकारी गठबंधन के बीच जनता के सेवाओं और कार्यक्षमता के मामले में विवाद है, जिससे बाधित हो रहे हैं सांसदों की सामूहिक प्रतिष्ठा और संघर्ष की स्थिति में सुधार की जरूरत है।

नतीजा:

Maldives पार्लियामेंट में हो रहे इस अफसोसनाक हंगामे ने साबित किया है कि राजनीतिक विरोध की कोई अनुमति नहीं होनी चाहिए जो सार्वजनिक स्थानों पर भांपू कर सकती है। सदन के माध्यम से विरोध को सुलझाने की जरूरत है ताकि लोगों के हित में काम किया जा सके और देश की ताकत और स्थिति में सुधार हो सके। इस घड़ी में, जनता को चाहिए कि वे अपने नेताओं से सख्ती से मांग करें कि वे सहमति और समझदारी के माध्यम से समस्याओं का हल निकालें ताकि देश को स्थिरता और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ने में मदद की जा सके।

यह घटना ने Maldives की राजनीतिक स्थिति में तनाव बढ़ाया है, और सरकारी संस्थाएं कुशलता और कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए राजनीतिक समस्याओं का समाधान करने की आवश्यकता हो रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *